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खीचों राम-राज्य लाने को, भू-मंडल पर त्रेता ! बनने दो आकाश छेदकर उसको राष्ट्र-विजेता जाने दो, मेरी किस बूते कठिन परीक्षा लेता, कोटि-कोटि `कंठों' जय-जय है आप कौन हैं, नेता? सेना छिन्न, प्रयत्न खिन्न कर, लाये न्योत तबाही, कैसे पूजूँ गुमराही को मैं हूँ एक सिपाही? #माखनलाल_चतुर्वेदी
#महान_कवि, #लेखक और पत्रकार #माखनलाल_चतुर्वेदी की #जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन🙏 व #राष्ट्रगीत 'वन्दे मातरम्' के रचनाकार #बंकिम_चंद्र_चट्टोपाध्याय जी की #पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।🌺🙏 #DelhiCapitals #MangalPandey #WrestleManiaXL #मंगल_पांडे #Pushpa2TheRuleTeaser
हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध लेखक, पत्रकार एवं पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित पंडित माखनलाल चतुर्वेदी जी की जयंती पर उन्हें विनम्र अभिवादन। पत्रकारिता क्षेत्र में आपका योगदान पीढ़ियों तक याद रखा जायेगा। #MakhanLalChaturvedi #माखनलाल_चतुर्वेदी @idharampalsingh
सुलग-सुलग री जोत दीप से दीप मिलें कर-कंकण बज उठे,भूमि पर प्राण फलें। लक्ष्मी खेतों फली अटल वीराने में लक्ष्मी बँट-बँट बढ़ती आने-जाने में लक्ष्मी का आगमन अँधेरी रातों में लक्ष्मी श्रम के साथ घात-प्रतिघातों में लक्ष्मी सर्जन हुआ कमल के फूलों में.. #माखनलाल_चतुर्वेदी #जयंती
मधुर! तुम्हारा चित्र बन गया कुछ नीले कुछ श्वेत गगन पर हरे-हरे घन श्यामल वन पर द्रुत असीम उद्दण्ड पवन पर चुम्बन आज पवित्र बन गया, मधुर! तुम्हारा चित्र बन गया। तुम आए,बोले,तुम खेले दिवस-रात्रि बांहों पर झेले साँसों में तूफान सकेले जो ऊगा वह मित्र बन गया #माखनलाल_चतुर्वेदी #जयंती
चल पडी चुपचाप सन-सन-सन हवा डालियों को यों चिढाने-सी लगी आंख की कलियां,अरी,खोलो जरा हिल स्वपतियों को जगाने-सी लगी, पत्तियों की चुटकियां झट दीं बजा डालियां कुछ ढुलमुलाने-सी लगीं किस परम आनंद-निधि के चरण पर विश्व-सांसें गीत गाने-सी लगीं। #माखनलाल_चतुर्वेदी भारतीय आत्मा #जन्मजयंती
कैसी है पहिचान तुम्हारी राह भूलने पर मिलते हो ! पथरा चलीं पुतलियाँ, मैंने विविध धुनों में कितना गाया दायें-बायें, ऊपर-नीचे दूर-पास तुमको कब पाया धन्य-कुसुम ! पाषाणों पर ही तुम खिलते हो तो खिलते हो। कैसी है पहिचान तुम्हारी राह भूलने पर मिलते हो!! #माखनलाल_चतुर्वेदी #जन्मजयंती💐
तुम मिले,प्राण में रागिनी छा गई! भूलती-सी जवानी नई हो उठी भूलती-सी कहानी नई हो उठी जिस दिवस प्राण में नेह बंसी बजी बालपन की रवानी नई हो उठी किन्तु रसहीन सारे बरस रसभरे हो गए जब तुम्हारी छटा भा गई तुम मिले, प्राण में रागिनी छा गई। #माखनलाल_चतुर्वेदी पद्मभूषण प्राप्त #जन्मजयंती🙏
हिंदी साहित्य के देदीप्यमान नक्षत्रों में एक (कवि, लेखक ,निबंधकार, नाटककार,ओजस्वी पत्रकार,स्वतंत्रता सेनानी)खड़ी बोली भाषा,छायावाद, नव-रूमानियत के अग्रणी,"साहित्य अकादमी पुरस्कार","पद्म भूषण", "भारतीय आत्मा" विभूषित पंडित #माखनलाल_चतुर्वेदी जी को उनकी #जन्मजयंती 💐पर कोटिश: नमन🙏
पुष्प की अभिलाषा चाह नहीं देवों के सिर पर चढूँ भाग्य पर इठलाऊँ, मुझे तोड़ लेना बनमाली, उस पथ पर देना तुम फेंक! मातृ-भूमि पर शीश-चढ़ाने, जिस पथ पर जावें वीर अनेक! #माखनलाल_चतुर्वेदी भरतीय आत्मा #जन्मजयंती (आद्या सिंह |कविता पाठ)↕️ @kavitakosh youtu.be/XCXTB4atxnc?si… via @YouTube
आग उगलती उधर तोप, लेखनी इधर रस-धार उगलती, प्रलय उधर घर-घर पर उतरा, इधर नज़र है प्यार उगलती। * कैसा पागलपन है, मैं बेटी को भी कहता हूँ बेटा, कड़ुवे-मीठे स्वाद विश्व के स्वागत कर, सहता हूँ बेटा। #माखनलाल_चतुर्वेदी ✍️ "हिम तरंगिनी" हेतु साहित्य अकादमी। पद्म भूषण #जन्मजयंती 💐नमन🙏
सरल भाषा व ओजपूर्ण भावनाओं के रचनाकार #माखनलाल_चतुर्वेदी की कविताओं में देशप्रेम, प्रकृति व प्रेम का अनूठा चित्रण है.राष्ट्रीयता उनके काव्य का कलेवर और रहस्यात्मक प्रेम उसकी आत्मा है. हिमकिरीटीनी, हिमतरंगिणी, युग चर, समर्पण, बीजुरी जैसी कई लोकप्रिय रचनाएँ हैं. जयंती पर सादर नमन🙏
अपनी रचनाओं से राष्ट्रवाद की भावना जगाने वाले विख्यात कवि, लेखक व पत्रकार तथा प्रसिद्ध भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पद्मभूषण से सम्मानित पंडित माखनलाल चतुर्वेदी जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन। #MakhanLal #माखनलाल_चतुर्वेदी
@sanchit_gs वेद की वाणी कि हो आकाश-वाणी, धूल है जो जग नहीं पायी जवानी। विश्व है असि का?- नहीं संकल्प का है; हर प्रलय का कोण काया-कल्प का है; फूल गिरते, शूल शिर ऊँचा लिये हैं; रसों के अभिमान को नीरस किये हैं। खून हो जाये न तेरा देख, पानी, मर का त्यौहार, जीवन की जवानी। #माखनलाल_चतुर्वेदी…
धमनी से मिस धड़कन की मृदुमाला फेर रहे?बोलो! दाँव लगाते हो?घिर-घिर कर किसको घेर रहे?बोलो! माधव की रट है?या प्रीतम- प्रीतम टेर रहे?बोलो! या आसेतु-हिमाचल बलि- का बीज बखेर रहे?बोलो! ("हिम तरंगिनी"साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त) #माखनलाल_चतुर्वेदी ख्यात कवि,गीतकार:पद्मभूषण #जयंती💐
क्या तुमको है कुरु-क्षेत्र हल्दी घाटी की याद! सिर पर प्रलय, नेत्र में मस्ती, मुट्ठी में मनचाही, लक्ष्य मात्र मेरा प्रियतम है, मैं हूँ एक सिपाही। #Pt.MakhanLal #माखनलाल_चतुर्वेदी
चाह नहीं सम्राटों के शव पर, हे हरि डाला जाऊँ, विख्यात कवि, लेखक व पत्रकार तथा अपनी रचनाओं से राष्ट्रवाद की भावना जगाने वाले, प्रसिद्ध भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पद्मभूषण से सम्मानित पंडित माखनलाल चतुर्वेदी जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन। #माखनलाल_चतुर्वेदी
चाह नहीं सम्राटों के शव पर, हे हरि डाला जाऊँ, विख्यात कवि, लेखक व पत्रकार तथा अपनी रचनाओं से राष्ट्रवाद की भावना जगाने वाले, प्रसिद्ध भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पद्मभूषण से सम्मानित पंडित माखनलाल चतुर्वेदी जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन। #माखनलाल_चतुर्वेदी