@TheShilpaShetty Haha just tagged in a comment❣️
@TheShilpaShetty ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।।
@TheShilpaShetty क्या वह यीशु थे जो कब्र से निकले थे? नहीं, वह यीशु नहीं थे जो कब्र से निकले थे। वे पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब थे, जो उनके अनुयायियों का विश्वास बनाए रखने के लिए यीशु के रूप में प्रकट हुए थे। अन्यथा उनके अनुयायियों ने भगवान में विश्वास खो दिया होता और नास्तिक बन गए होते।
@TheShilpaShetty आध्यात्मिक मार्ग में सफलता के लिए पूर्ण गुरु धारण करना आवश्यक है। क्योंकि वही हमें तत्वज्ञान देखकर सद्भक्ति बताते हैं। 84 लाख योनियां भोगकर हमें एक बार मनुष्य जीवन मिलता है। और तभी हम सतभक्ति करके जन्म और मृत्यु के चक्र से छुटकारा पा सकते हैं।