सेकुलर दल बहुत समझदार है वो तथाकथित बहुसंख्यकवाद की राजनीति इसलिए नहीं करते हैं क्योंकि वे संख्या की दृष्टि से कोई कमज़ोर खेल नहीं खेल रहे हैं । इनका इरादा साफ़ है मुस्लिम अल्पसंख्यक का तुष्टीकरण करके उनका 20 से 30 प्रतिशत एक मुश्त वोट अपना बचाके रखना है। मगर हिन्दू जातियों में बाँटा होना चाहिए ।उनके टुकड़े करना है उत्तर-दक्षिण में बाँटना, जातियों में उनका बाँटना है, अगड़े-पिछडे में तोड़ना, दलित-सवर्ण में तोड़ना हिंदी-तमिल में तोड़ना। क्या कोई बता सकता कि हिन्दू समाज भी एक भी जाति ऐसी है जिसकी संख्या 20 या 30 % हो। ये इनकी संख्या की रणनीति का सार है।
@SudhanshuTrived बहुत सटीक विश्लेषण भारत के किसी भी राज्य में किसी भी एक हिंदू जाति का प्रतिशत 20 या 30 प्रतिशत है ही नही... इस हिसाब से हर हिंदू अल्पसंख्यक ही है
@SudhanshuTrived सोचने वाली बात है जो इंडिया घटबंधन मिल के लड़ रहा है, उसका मेनिफेस्टो एक नहीं हुआ वा, वो अगर गलती से जीत जाये तो क्या वो मिलकर प्रधानमंत्री बना सकता है, क्या वो देश का भला कर सकते है l क्यों क़ी सब के मेनिफेस्टो मे कुछ नीतियों को लेकर विरोधाबास है तो किसकी चलेगी सोचो
@SudhanshuTrived आजतक हर शहर की वोट प्रतिशत बताते में मुस्लिम को एक साथ रखता है फिर जैन ठाकुर ब्राम्हण अगड़ा पिछड़े पे आ जाता है और वह जानबूझकर ऐसा कर रहा।
@SudhanshuTrived क्या कोई हिंदुओं में ऐसी जाति है जिसकी जनसंख्या मुसलमान की जनसंख्या से ज्यादा है तो कृपया बताएं
@SudhanshuTrived कुत्ते को मार दो तो सजा हो जाएगी बकरे को काट दो तो भोज हो जाएगा यह कैसा कानून है