अर्न्तआत्मा की आवाज को पहचानिए झुक रहा पलरा झुकाव को जानिए। भगदड़ मची,व्यर्थ उठ रहा शोर है वो उधर गया,उसी क्षितिज पर भोर है। इल्जाम खरीदार पर,कि बेचने वाले पर लगे इस तरह सामान,क्यों ऐसे सौदे आने लगे। आनेवाले समय के लिए हो रहा लिपिबद्ध है बदल रहा है काल,बदलने हेतु प्रतिबद्ध है।
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