एक दिल दो हैं तलबगार बड़ी मुश्किल है कश्मकश में है मेरा प्यार बड़ी मुश्किल है ढूँढती हैं तुझे हर सू मेरी प्यासी आँखें कैसे हो अब तेरा दीदार बड़ी मुश्किल है #दरवाजा 1954 #नाशाद ( संगीतकार ) #जन्मजयंती 💐 #खुमार_बाराबंकवी गीत @ChitrapatP @madhuleka YTL👇 youtu.be/1Ids6R6qObg
@ChitrapatP @ysaumitra @shamshad031463 @DDNational @BollyMemories ख़ूबसूरत गीत अभिषेक।पहली बार सुना।
@ChitrapatP @madhuleka @shamshad031463 @DDNational @BollyMemories Nashad के प्रिय गायक थे तलत मेहमूद. ये गीत तो मैंने सुना नहीं कभी. Nashad पाकिस्तान जाने से पहले आखिरी फिल्म flying man कर के गए थे उसका रफ़ी साहब का एक गीत बहुत बढ़िया था पर flying man का कहीं कोई रिकार्ड नहीं मिलता नेट पर. 🙏🙏
@ChitrapatP @madhuleka @ysaumitra @DDNational @BollyMemories याद नही आरहा है,काफी जोर दीया दिमाग पर शायद यह गीत पहलीबार ही सुन रहा हु🤩