‘संदर्भ’ तय करने की आपकी मूर्खतापूर्ण ज़िद इस बहस में बोल्शेविक वग़ैरह लाने की कोशिश से साफ़ दिखाई से ही रही है। अबोध बालकों जितनी बुद्धि तो है आपमें लेकिन सत्ता-निष्ठा की विष्ठा में मिलकर कलुषित हो गई है। जो योगी-मोदी के सामने ज़बान पर हिजाब लगा लेते हैं, उनका संदर्भ स्पष्ट है
‘संदर्भ’ तय करने की आपकी मूर्खतापूर्ण ज़िद इस बहस में बोल्शेविक वग़ैरह लाने की कोशिश से साफ़ दिखाई से ही रही है। अबोध बालकों जितनी बुद्धि तो है आपमें लेकिन सत्ता-निष्ठा की विष्ठा में मिलकर कलुषित हो गई है। जो योगी-मोदी के सामने ज़बान पर हिजाब लगा लेते हैं, उनका संदर्भ स्पष्ट है
@Ashok_Kashmir @upadhyayabhii भाईजी आप मान क्यों नही लेते की कर्नाटक के स्कूल की कोई चर्चा @priyankagandhi ने की ही नही वरना परिवार भक्ति में दिन को रात बताने वाले नंगे होकर भी आपको कोसेंगे, हम मारवाड़ी तो मूर्ख को टका देकर टरका देते है पर ज्ञान की बात उसके सामने करते ही नही😎
@Ashok_Kashmir भाईसाहब मूर्खेषु विवादो न कर्तव्य:। अर्थ : मूर्खों से विवाद (तर्क-वितर्क) नहीं करना चाहिए। भावार्थ : मूर्ख व्यक्ति से वाद-विवाद करके विद्वान व्यक्ति अपना ही समय नष्ट करता है क्योंकि ऐसे व्यक्ति किसी की बात नहीं सुनते और अपनी ही बात को सही सिद्ध करने की जिद करते रहते हैं।
@Ashok_Kashmir हम तो ठहरे अनपढ़ पर आप तो महाज्ञानी है प्रभु फिर भी भाषा इतना तुच्छ की 10 वी छात्र भी उबल जाए,ये मूर्खतापूर्ण क्या होता है,खुद को इतने बड़े ज्ञानी समझते है आप महाप्रभु धन्य है आप
@Ashok_Kashmir @upadhyayabhii अशोक, तुम्हारी खिसियाहट भरी भाषा बता रही है कि सत्य सामने रख दिया गया है। हर बात में मोदी योगी को तलाशना ये भी दर्शाता है कि मोदी योगी के उत्थान का कितना प्रतिकूल प्रभाव है तुम्हारी कलुषित मानसिकता पर।
@Ashok_Kashmir Sir, Aap Satna karwa chuke hai. Aap kichad hai ... Kankar Marne se khud ka hi loss hai! Jao madarsa me jaake hizab pehan lo
@Ashok_Kashmir भारी भरकम विशुद्ध हिंदी शब्द के पीछे तुम्हारी साहित्यिक बेईमानी वाली नंगई नहीं छुपेगी नहीं पांणे जी सब खुला हुआ है साफ साफ दिख रहा है तुम्हारा भी उनका भी सब जानते हैं ।
@Ashok_Kashmir इसी निष्ठा से यह बता दें जब तीन तलाक पर कानून आया तब महिला सशक्तिकरण कहीं सो रहा था क्या ? हिजाब को लेकर जो क्रोनोलॉजी अपनाई जा रही है वो बुद्धिजीवी वर्ग की कोशिश दिखाई दे रही है
@Ashok_Kashmir जब सारे तर्क समाप्त हो जाते हैं और इंसान को वैचारिक हार दिखने लगती है तो वो मोदी योगी, सत्ता निष्ठा, भक्त जैसे दोयम दर्जे के शब्द और तर्को पे उतर आता है गलती आपकी नही है पाण्डेय जी 2014 के बाद कुछ लोगो के जीवन मे ऐसे घोर संकट रोज आ रहे हैं @upadhyayabhii जाने दो 🙏
@Ashok_Kashmir अशोक जी कहे अपनी रही सही इज्जत का फालूदा बना रहे है । आप वही करो जो आपको ढंग से आता है ।
@Ashok_Kashmir खुद को देखो,कांग्रेसियों के सामने लार टपकाते दुम हिलाते हो और मीयाऊ,मीयाऊ करते हो।